न्यूज़ डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली में इस समय डेंगू ने आंतक मच रखा है। दिल्ली में डेंगू के अबतक 5277 मामले सामने आ चुके हैं, इनमें से 2569 मामले सिर्फ पिछले एक हफ्ते में सामने आए हैं। जबकि डेंगू ने दिल्ली में अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है। इन आंकड़ों के साथ दिल्ली सरकार के दावे की भी पोल खुल गई है। दिल्ली सरकार डेंगू को रोकने और कंट्रोल में बिफल साबित होती दिखाई दे रही है।
दरअसल एंटी मलेरिया ऑपरेशन्स (एचक्यू), दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने जानकारी दी है कि दिल्ली में डेंगू के अबतक 5277 मामले सामने आ चुके हैं, इनमें से 2569 मामले सिर्फ पिछले एक हफ्ते में सामने आए हैं। इन आंकड़ों से ये भी पता चलता है कि दिल्ली में साल 2016 के बाद डेंगू के अबतक के सबसे ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में डेंगू किस रफ़्तार से पैर पसार रहा है इसका अंदाजा आप इस बात से लगाइए कि पिछले महीने के 2 अक्टूबर को डेंगू के 341 मामले सामने आए थे जो 15 नवंबर को 5277 तक पहुंच गए हैं। डेंगू के मामलों की सबसे ज्यादा तेज रफ्तार पिछले एक हफ्ते में देखने को मिली है जिसमें डेंगू के 2569 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि पिछले साल इस समय तक डेंगू के सिर्फ 821, 2019 में इस समय तक 1474 और 2018 में इस समय तक 2148 मामले ही सामने आए थे। पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मामलों में 6.4 गुना, 2019 की तुलना में 3.5 गुना और 2018 की तुलना में 2.4 गुना अधिक हैं। वहीं ‘लोकल सर्किल्स’ पर किए गए सर्वेक्षण में से पता चला है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के 43 फीसदी लोगों ने कहा कि उनके परिवार में या उनके किसी करीबी को इस साल डेंगू हुआ है।
पिछले महीने 23 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि दिल्ली अब डेंगू के खिलाफ लड़ाई जीतने के “बहुत करीब” है, लेकिन इस बात दिल्ली में तो डेंगू ने सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। एक तरफ जहां लोग प्रदुषण से परेशान है वहीं अब बढ़ता डेंगू लोगों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। प्रदुषण और डेंगू को कंट्रोल करने में दिल्ली की आप सरकार विफल साबित होती दिखाई दे रही है।