न्यूज़ डेस्क: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर प्रदेश में अधिसूचना लागू कर दी गई है. इस संबंध में रविवार को प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर यूपी पुलिस की तैयारियों पर विस्तार से जानकारी दी.
एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि प्रदेश में सात चरणों में मतदान आयोजित करने की घोषणा की गई है. पहले चरण में 11 जिलों में चुनाव होंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शत प्रतिशत बूथों का पुलिस ने सत्यापन का कार्य कर लिया है. साथ ही, हर थाने में एक पृथक रजिस्टर बनवाकर वहां चुनाव संबंधी आने वाले मामलों को दर्ज करने की तैयारी की गई है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आबकारी और पुलिस विभाग की संयुक्त रूप से की गई कार्रवाई में 31 चौकियां बनाई गई हैं. हर चौकी में एक इंस्पेक्टर और दो उपनिरीक्षक तैनात किए गए हैं. इस कदम को उठाने के साथ ही अवैध शराब आदि की बरामदगी हुई है जो मीडिया के भी माध्यम से रोज ही सामने आती रहती हैं. एडीजी एलओ ने कहा कि 6 महीने से अधिक कोई भी एनबीडब्ल्यू नहीं है. अब तक 65,678 लोग पाबंद किए गए हैं. चुनाव के मद्देनजर लाइसेंसी शस्त्र को जमा कराने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. साथ ही, कुछ संविधान में दी गई राहत को देखते हुए हथियार से ही अपनी जीविका चलाने वालों के शस्त्र नहीं लिए जा रहे हैं.
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि सात जनपदों की सीमा नेपाल से जुड़ती है. करीब 14 विधानसभा क्षेत्र पर ऐसे हैं जिनकी सीमा नेपाल राष्ट्र से जुड़ती हैं. ऐसे में पड़ोसी देश से इस बात की अपील की गई है कि वह चुनाव में किसी भी तरह की दिक्कत को रोकने में सहयोग करे. साथ ही, उन्होंने बताया कि प्रदेश की 74 विधानसभा क्षेत्रों की सीमा तीन अन्य राज्यों में टच में आती हैं. इन जगहों पर भी विशेष निगरानी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी. चुनाव के लिए यूपी पुलिस पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने बताया कि करीब 10 ऐसे बूथ हैं जहां जाने के रास्ते कच्चे हैं, उन जगहों पर एक्स्ट्रा पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. जेल से चुनाव पर असर डालने वाले अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. इसके अतिरिक्त Cvigil से मिलने वाली शिकायतों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.