न्यूज़ डेस्क: अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने की वजह से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गयी जबकि 40 लोग लापता हैं। जिसकी तलाश जारी है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और जम्मू-कश्मीर पुलिस आपस में तालमेल बैठाकर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है और जख्मियों को त्वरित उपचार देने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामले की होनी चाहिए जांच
इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने सरकार से इस हादसे को लेकर जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से इसकी जांच होनी चाहिए। इंसान की भी गलती हो सकती है।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अमरनाथ यात्रा में जो घटना घटी है वह दुखद है। हम उम्मीद करेंगे कि सरकार इस पर जांच बैठाए कि यह कैसे और क्यों हुआ और साफ चीजें लोगों के सामने लाए। सरकार पीड़ित परिवारजनों को अच्छा मुआवाज़ा भी दे।
उन्होंने कहा कि आज तक उस जगह पर कैंप नहीं लगाए गए थे, ऐसा पहली बार हुआ है। पंजतरणी में कोई भी कुछ नहीं लगा सकता, ऐसा हमेशा से चलता आ रहा है। मेरे हिसाब से इसकी जांच होनी चाहिए। इंसान की भी गलती हो सकती है। हम पीड़ित परिवारजनों के साथ हैं।