न्यूज़ डेस्क: भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने रविवार को अपना 60वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर 39वीं वाहिनी, ग्रेटर नोएडा में आयोजित कार्यक्रम में गृह राज्येमंत्री, भारत सरकार नित्यानन्द राय मुख्य अतिथि रूप में शामिल हुए। उन्होंने बल के शहीदों को श्रधांजलि दी और आयोजित परेड की सलामी ली। गृह राज्य मंत्री ने बल के सभी पदाधिकारियों को आईटीबीपी की स्थापना के 59 साल पूरे होने पर बधाई दी। उन्होंने आईटीबीपी द्वारा हिमालयी क्षेत्र में स्थित अति कठिन एवं दुर्गम अग्रिम चौकियों पर उत्साह और चौकसी से की जा रही देश की सुरक्षा के लिए हिमवीरों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं अग्रिम चौकियों पर जाकर अनुभव किया है कि हिमवीर किन प्रतिकूल परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने आईटीबीपी द्वारा कोरोना महामारी के दौरान समर्पित भाव से की गई देशवासियों की सेवा व सरकार को प्रदान किए गए सहयोग के लिए बल के कोरोना वॉरियर्स की जमकर तारीफ की।
इस अवसर पर उन्होंने ने शहीद स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और बल के 10 शहीदों के परिवारों से मुलाकात की। कार्यक्रम में महानिदेशक, आईटीबीपी संजय अरोरा ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया और पिछले लगभग एक वर्ष के बल के क्रिया-कलापों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। बल के जवानों द्वारा प्रदर्शित परेड में बल के सभी सीमांत की टुकडियों ने भाग लिया। इसमें महिला कंटीजेंट, स्कीइंग, माउंटेनियरिंग कंटीजेंट, पैराट्रूपर्स, डॉग स्क्वायड व अश्व रोही सवार दस्ते सम्मिलित रहे । इस मौके पर आईटीबीपी के 23 पदाधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदकों से विभूषित किया गया, इनमें 20 वे पदाधिकारी भी सम्मिलित थे, जिन्होंने सीमा पर अदम्य साहस व बहादुरी का परिचय दिया।
इसके अलावा आईटीबीपी के पदाधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक एवं सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदकों से भी अलंकृत किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए आईटीबीपी अकादमी, मसूरी को वर्ष 2016-17 के लिए केंद्रीय गृह मंत्री की सर्वोत्तम पुलिस प्रशिक्षण केंद्र की ट्रॉफी प्रदान की गई।
बल की विभिन्न वाहिनियों व संस्थानों को भी पुरस्कृत किया गया, जिसमें 13वीं वाहिनी को सर्वश्रेष्ठ ग्रीन वाहिनी की ट्रॉफी, 45वीं वाहिनी को सर्वोत्तम ए.एन.ओ. वाहिनी की ट्रॉफी, 56वीं वाहिनी को सर्वोत्तम नॉन बॉर्डर वाहिनी की ट्रॉफी, 48वीं वाहिनी को सर्वोत्तम बॉर्डर वाहिनी की ट्रॉफी व डी.जी. बैनर, जबकि 29वीं वाहिनी को सर्वोत्तम स्वच्छता वाहिनी ट्रॉफी और आर.टी.सी. किमिन, अरूणाचल प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
वर्ष 2021 के लिए 13वीं वाहिनी, लिंगडम (सिक्किम) को ग्रीन बटालियन ट्रॉफी और 45वीं वाहिनी, मदुरई (तमिलनाडु) को सर्वोत्तम ए.एन.ओ. बटालियन ट्रॉफी प्रदान की गई ढ्ढ इस मौके पर बल की वर्षभर की उपलब्धियों को संजोए एक वार्षिक ई-स्मारिका का डिजिटल विमोचन किया गया। महिला पाइप बैंड, मलखंब, स्ट्रीपिंग एंड असेम्बिलिंग ऑफ लाइट कंबैट व्हीकल एवं जाँबाज मोटर साइकिल के प्रदर्शन परेड में आकर्षण का केंद्र रहे।
ए. एम. प्रसाद, अपर महानिदेशक, आईटीबीपी ने धन्यवाद भाषण में मुख्य अतिथि के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आईटीबीपी देश की सुरक्षा और सेवा के लिए सदैव तत्पर व समर्पित है। आईटीबीपी का गठन 1962 में किया गया था। वर्तमान में यह बल उच्च तुंगता वाले क्षेत्रों में 18800 फीट तक की ऊँचाईयों पर स्थित अग्रिम चौकियों पर तैनात रहकर 3488 किमी0 लंबी भारत-चीन सीमा की सुरक्षा का कार्य कर रहा है। इसके अलावा आईटीबीपी नक्सल प्रभावित इलाकों के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा व वीआईपी सुरक्षा ड्यूटियों में भी तैनात है।