न्यूज़ डेस्क: 74वें सेना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में भव्य परेड निकली। सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करते हुए आयोजित किये गये इस समारोह में सेना की विभिन्न टुकड़ियों ने जांबाजी भरे करतब भी दिखाये। इससे पहले सेना दिवस पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर अपने संबोधन में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि भारतीय थल सेना देश की सीमाओं पर यथास्थिति को एकपक्षीय तरीके से बदलने की किसी भी कोशिश का मुकाबला करने के लिए दृढ़ता से खड़ी है और भारत की शांति की कामना ‘‘हमारी अंतर्निहित शक्ति’’ से उपजी है।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सेना दिवस’ के मौके पर भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि उसे उसकी बहादुरी एवं पेशेवर रवैये के लिए जाना जाता है और राष्ट्रीय सुरक्षा में उसके अतुलनीय योगदान को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय सेना के जवान दुर्गम इलाकों में सेवाएं देते हैं और राष्ट्रीय आपदा समेत मानवीय संकट के दौरान नागरिकों की मदद के लिए आगे रहते हैं। विदेशों में शांति अभियानों के दौरान सेना के शानदार योगदान पर भारत को गर्व है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खासकर साहसी जवानों, सम्मानीय सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों को सेना दिवस की शुभकामनाएं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना को उसकी बहादुरी और पेशेवर रवैये के लिए जाना जाता है और राष्ट्रीय सुरक्षा में उसके अतुलनीय योगदान को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय सेना की अहम भूमिका रही है और देश उनकी सेवा के लिए उनका आभारी है। राष्ट्रपति कोविंद ने सेना दिवस पर मौजूदा और सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जवानों ने देश की सीमाओं की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के दौरान पेशेवर रवैये, कुर्बानी और बहादुरी का परिचय दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ”राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय सेना की अहम भूमिका रही है। हमारे जवानों ने सीमाओं की रक्षा करने और शांति बरकरार रखने के दौरान पेशेवर रवैये, बलिदान और बहादुरी का परिचय दिया। आपकी सेवा के लिए देश आपका आभारी है। जय हिंद।’’
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘सेना दिवस’ के मौके पर भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि उसे उसकी बहादुरी एवं पेशेवर रवैये के लिए जाना जाता है और राष्ट्रीय सुरक्षा में उसके अतुलनीय योगदान को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय सेना के जवान दुर्गम इलाकों में सेवाएं देते हैं और राष्ट्रीय आपदा समेत मानवीय संकट के दौरान नागरिकों की मदद के लिए आगे रहते हैं। विदेशों में शांति अभियानों के दौरान सेना के शानदार योगदान पर भारत को गर्व है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खासकर साहसी जवानों, सम्मानीय सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों को सेना दिवस की शुभकामनाएं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना को उसकी बहादुरी और पेशेवर रवैये के लिए जाना जाता है और राष्ट्रीय सुरक्षा में उसके अतुलनीय योगदान को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय सेना की अहम भूमिका रही है और देश उनकी सेवा के लिए उनका आभारी है। राष्ट्रपति कोविंद ने सेना दिवस पर मौजूदा और सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जवानों ने देश की सीमाओं की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के दौरान पेशेवर रवैये, कुर्बानी और बहादुरी का परिचय दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ”राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय सेना की अहम भूमिका रही है। हमारे जवानों ने सीमाओं की रक्षा करने और शांति बरकरार रखने के दौरान पेशेवर रवैये, बलिदान और बहादुरी का परिचय दिया। आपकी सेवा के लिए देश आपका आभारी है। जय हिंद।’’