न्यूज़ डेस्क: अफगानिस्तान में जैसा कि अंदेशा जाहिर किया जा रहा था कि तालिबान के सत्ता में आते ही सबस ज्यादा महिलाओं की आजादी पर पाबंदी लगेगी। हालांकि तालिबान ने पहले ऐसे सभी आशंकाओं को खारिज कर दिया। लेकिन सच्चाई अब सामने आने लगी है। इस बाबत अफगानिस्तान के कार्यकारी शिक्षा मंत्री ने साफ किया है कि इस्लामी कानून के अनुसार ही पढ़ाई होगी।
बता दें कि शिक्षा मंत्री के इस बयान का निहितार्थ निकाला जा रहा है कि अफगानिस्तान में इस्लामी कानून के मुताबिक ही पढ़ाई होगी। वहीं सरकारी और निजी कॉलेजों में लड़के और लड़कियां को एक साथ क्लास में पढ़ने पर रोक लगा दी गई है। मालूम हो कि अफगानिस्तान में हालात तेजी से बदल रहे है। संकटग्रस्त देश में स्थिति तनी तनावपूर्ण है कि विदेशी नागरिक ही नहीं अफगानी नागरिक भी देश छोड़ने के लिये व्याकुल है।
उधर ब्रिटेन ने आज अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को लेकर अंतिम उड़ान भरी। इसके साथ ही ब्रिटेन का निकासी अभियान खत्म हो चुका है। वहीं अमेरिका भी लगातार अपने नागरिकों को निकाल रहा है। जबकि भारत भी बहुत तेजी से नागरिकों को निकालने के लिये विशेष अभियान चला रखा है।