गोरखपुर: चिल्लूपार के कछाराचंल को बाढ़ से स्थाई रूप से मुक्ति दिलाने के लिए चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात की है। विधायक राजेश त्रिपाठी ने जल शक्ति मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया कि चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र के बड़हलगंज के कछाराचंल मे आछीडीह तक सिंचाई विभाग का बांध बना हुआ है। परन्तु आछीडीह से सरया तक बांध न होने से राप्ती का पानी तरैना और तलभगना नाला होते कछार के पचासो गांवो को डूबो देता है और बाढ़ खत्म होने के बाद भी वहां पानी हमेशा बना रहता है। इसके लिए २०१० से ही हम प्रयासरत रहे और वह कार्ययोजना 2018 में स्वीकृत भी हो गयी जिसमें 5 किमी तटबंध और दो बड़े रेगुलेटर का प्रावधान था। लेकिन वह परियोजना अधूरी थी। उस पर एक पम्प हाउस का प्रावधान न होने से किसानों को स्थाई लाभ नहीं मिल पाता है। अतः अब नई परियोजना स्वीकृत हो जिसमें तटबंध और दो बड़े रेगुलेटर के साथ पम्प हाउस की भी सुविधा से हो ताकि बाढ़ का पानी गांवों और फसलो को न डुबो पाये और बाढ़ के बाद बरसात और बाढ का बचा हुआ पानी पम्प हाउस जरिए वापस राप्ती नदी में फेंक दिया जाये, जिससे जल जमाव से बिमारी नहीं फैलेगी और किसान सभी तरह की फसलें भी उगा सकेंगे। विधायक राजेश त्रिपाठी ने जल शक्ति मंत्री का ध्यान एक और समस्या की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए पत्र सौंपा जिसमें उन्होंने बताया कि राम जानकी मार्ग खडे़सरी से डेरवा तक विभिन्न योजनाओं की मदद से एक तटबंध बना है तथा 200 करोड़ की लागत से बने शहीद राजा हरिप्रसाद मल्ल राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल के पीछे मनरेगा से एक बांध बना है और बगल में सिचाई विभाग पार्को पाइन सिस्टम लगा कर सरयू की धारा मोड़ने का कार्य कर रहा है। श्री त्रिपाठी ने खडे़सरी – डेरवा बांध और मेडिकल कालेज रिंग बांध को सिंचाई विभाग अपने अधिनियम लेने की सिफारिश की है ताकि इन बांधों का स्थाई बचाव हो और गांव और मेडिकल कॉलेज सहित राम जानकी मार्ग सुरक्षित रह सके ।
इसके अलावा सरयू नदी से बगहा और डेरवा व बल्थर के बीच हो रहे तेज कटान को रोकने के लिए जी आई बैग या बोल्डर पिंचिग कराने की मांग कि ताकि हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि को बचाया जा सके।
एक अन्य मांग पत्र में चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने बारानगर से ऊंचगाव के बीच में सरयू नहर के पूरब वाले स्लोप पर पक्की दीवाल बनाने की मांग की है ताकि हर साल नहर टूटने से किसानों की फसल बर्बादी को रोका जा सके।
जल शक्ति मंत्री ने आश्वासन की शीघ्र ही मुख्य अभियंता सिंचाई आपके साथ बैठक कर इन पर परियोजना की रूप रेखा तय करेंगे ताकि आपकी विधानसभा को बाढ़ की परेशानी से शीघ्र मुक्ति दिलाई जा सके ।