न्यूज़ डेस्क: मशहूर गायिका लता मंगेशकर का रविवार सुबह मुंबई में निधन हो गया. उन्हें ‘भारत की कोकिला’ के रूप में जाना जाता था. 8 जनवरी को हल्के कोविड लक्षणों के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तबसे उनका इलाज चल रहा था. वह 92 वर्ष की थीं. लता मंगेशकर को ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज डॉ. प्रतीत समदानी और उनकी डॉक्टरों की टीम कर रही थी. उनके स्वास्थ में पिछले सप्ताह तक सुधार दिख रहा था, लेकिन उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई और उन्हें शनिवार की सुबह वेंटिलेटर सपोर्ट पर रख दिया गया. लता मंगेशकर का निमोनिया का भी इलाज चल रहा था. वह 30 जनवरी को COVID-19 और निमोनिया से उबर गईं थीं.
शनिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे, फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर और राकांपा नेता सुप्रिया सुले सहित कई हाई-प्रोफाइल हस्तियां लता मंगेशकर से मिलने अस्पताल पहुंची थी. बता दी कि नवंबर 2019 में मंगेशकर को सांस लेने में कठिनाई की शिकायत के बाद उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें निमोनिया हो गया था. 28 दिनों के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. उनके निधन पर राजनेताओं से लेकर फिल्म जगत के लोगों ने शोक व्यक्त किया. रामनाथ कोविंद , पीएम मोदी, शरद पवार और अन्य बड़ी हस्तियों ने उन्हें ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “लता-जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है, जैसा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए है. उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई. भारत रत्न, लता-जी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी’,
लता मंगेशकर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया,’शब्दों से परे पीड़ा” हैं’ ‘दयालु और केयरिंग लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं. वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है जिसे भरा नहीं जा सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद करेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी. साथ ही उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।