न्यूज़ डेस्क: गांधी परिवार के एक और सदस्य का नाम अब सरकारी योजना से हटाने की तैयारी है। यह नाम है इंदिरा गांधी का। कर्नाटक में इंदिरा गांधी के नाम पर सरकारी सस्ते भोजन की स्कीम कांग्रेस सरकार लाई थी। अब इसे बदलने की मांग उठी है। खेल रत्न का नाम राजीव गांधी से बदलकर मेजर ध्यानचंद करने के बाद से भड़की कांग्रेस अब इंदिरा कैंटीन योजना का नाम बदलने की कोशिश से नाराज है। बीते दिनों बीजेपी के नेता सीटी रवि ने कर्नाटक के सीएम को चिट्ठी लिखकर इंदिरा कैंटीन का नाम बदलने की मांग की थी। रवि ने इस बारे में ट्वीट भी किया था। जिसे काफी समर्थन मिला।
बताया जा रहा है कि जल्दी ही कर्नाटक सरकार इस सस्ते भोजन योजना का नाम बदलने जा रही है। इस पर सूबे के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि गांधी परिवार के लोगों के नाम से चलने वाली योजनाओं का नाम बदलना बदले की राजनीति है।
सिद्धारमैया का कहना है कि बीजेपी सरकार ने दीन दयाल फ्लाईओवर, अटल बिहारी वाजपेयी प्रोग्राम, मोदी के नाम पर स्टेडियम और दिल्ली में अरुण जेटली के नाम पर स्टेडियम का नाम रखा। कांग्रेस ने इन्हें कभी बदलने की मांग नहीं की, लेकिन राजीव गांधी का नाम खेल रत्न से हटा दिया गया। सिद्धारमैया ने मांग की कि पीएम मोदी इस बारे में जवाब दें।
सिद्धारमैया शायद भूल गए कि खेल रत्न का नाम बदलने पर मोदी ने ट्वीट में किया लिखा था। मोदी ने लिखा था कि तमाम देशवासियों के आग्रह पर विचार करते हुए खेल रत्न का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का फैसला किया गया है। बता दें कि खेल रत्न पुरस्कार 1991 से देना शुरू किया गया था।