न्यूज़ डेस्क: सत्ता बदलने पर सरकारी तंत्र की प्राथमिकताएं भी बदल जाती हैं। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के कार्यकाल में डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क साहिबाबाद के प्रति उदासनीता दिखाने की जुर्रत संबंधित महकमे की नहीं होती थी, मगर आज परिस्थितियां जुदा हैं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया पार्क
जिस भव्य पार्क का उद्घाटन कभी मुलायम सिंह यादव ने किया था, वह अब घोर उपेक्षा का शिकार है। हरियाली घटने व बेहतर सफाई व्यवस्था न होने के अलावा स्वतंत्रता सेनानियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की अंकित शिलालेख भी टूट गए हैं। जिनके सुधार की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
बदहाली दूर करने का प्रयास नहीं
इस प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्य सचिव से शिकायत की गई है। स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की स्मृति में गाजियाबाद के राजेंद्र नगर सेक्टर-5 में पार्क विकसित किया गया था। तत्कालीन सपा सरकार के कार्यकाल में यह पार्क अस्तित्व में आया था।
सपा सरकार में मिला था तोहफा
पार्क का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने किया था। आस-पास की बड़ी आबादी को खूबसूरत पार्क के तौर पर करीब 16-17 साल पहले अच्छा तोहफा मिला था। लोकार्पण के उपरांत यह स्थल मॉर्निंग एवं ईवनिंग वॉक के लिए नागरिकों का पसंदीदा स्थल बन गया। पिकनिक स्पॉट के रूप में भी लोहिया पार्क ने ख्याति अर्जित की।
तब उपेक्षित रवैये की नहीं थी जुर्रत
इसकी देख-रेख का जिम्मा जीडीए पर है। यूपी में जब-जब सपा सरकार रही तब तब इस पार्क को नजरअंदाज करने की हिम्मत संबंधित महकमे में नहीं रही। वर्तमान में वहां ढेरों समस्याएं हैं। पार्क की दुदर्शा से नागरिक आहत हैं। सफाई व्यवस्था का अभाव तथा शौचालय में दरवाजा व पानी का इंतजाम नहीं है।
शिलालेख भी टूट गए
पतझड़ के मौसम में पत्तियों के ढेर का अंबार व सूखी घास को देखकर नागरिकों को पीड़ा होती है। शिक्षाविद् रामदुलार यादव ने इस संबंध में सीएम और मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। उनका कहना है कि लोहिया पार्क में स्वतंत्रता सेनानियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की अंकित शिलालेख तक टूट चुकी हैं।
सीएम व मुख्य सचिव से शिकायत
जगवीर सिंह, तेजपाल, दीपक, कुलदीप, अमन, शिवानी, नंदनी, खुशी, पवन अरोड़ा व कृष्ण कुमार आदि ने पार्क की बदलाही दूर करने की पुरजोर मांग की है। उपरोक्त समस्याओं का तत्काल निदान कर नागरिकों को राहत देने की अपील की गई है।