न्यूज़ डेस्क: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का कल से आगाज होने जा रहा है. कुल सात चरण में होने वाले यूपी चुनाव में कल पहले चरण ता मतदान होगा. पहले चरण में पश्चिमी यूपी में कुल 58 सीटों पर मतदान होना है. वहीं पहला चरण ही भाजपा के लिए लिटिमस टेस्ट साबित होने जा रहा है. बता दें कि पहले चरण में योगी सरकार के कुल 9 मंत्री चुनावी रण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पहले चरण में राज्य के पश्चिमी जिलों में मतदान होना है और इस चरण में योगी सरकार के नौ मंत्रियों की किस्मत तय होगी.
योगी सरकार के 9 मंत्री मैदान में
यूपी चुनाव में पहले चरण में कुल 623 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं पहले चरण में योगी सरकार जो नौ मंत्री मैदान में हैं, उसमें गन्ना मंत्री सुरेश राणा, पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिलदेव अग्रवाल, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह, समाज कल्याण राज्य मंत्री शामिल हैं. इसके साथ ही पहले चरण में जीएस धर्मेश, वन राज्यमंत्री अनिल शर्मा और जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री दिनेश खटीक भी शामिल हैं.
भाजपा के सामने बड़ी चुनौती
बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इन 58 में से 53 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं इस बार भाजपा के लिए चुनौती काफी बढ़ गयी है. पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी लहर पर सवार भाजपा के सामने इस बार सपा-रालोद की मजबूत गठबंधन सामने है. बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिन 11 जिलों में मतदान होना है उनमें किसान आंदोलन का प्रभाव भी काफी रहेगा, जो भाजपा के लिए एक चिंता का विषय बन सकती है. ऐसे में सीटों को बचाए रखने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक रखी है. पश्चिम में हो रहे पहले चरण के मतदान का असर आगे पूरबी क्षेत्रों के मतदान पर भी पड़ेगा.