न्यूज़ डेस्क: पांच राज्यों के चुनावी नतीजों ने जहां बीजेपी की झोली खुशियों से भर दी और उसे चार राज्यों में जीत का स्वाद चखाया। वहीं ये नतीजे कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन गए, यहां तक कि उसे अपना एक राज्य पंजाब भी गवाना पड़ा। कांग्रेस की पराजय के बाद से ही जी 23 गुट एक बार फिर एक्टिव मोड में आ गया है और बैठकों का दौर भी चल रहा है। इन सब के बीच कांग्रेस के सीनियर नेता ने पार्टी के असंतुष्ट धड़े से एकजुट रहने की अपील की है। कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने जी 23 के नेताओं से सब्र रखने की अपील करते हुए कहा है कि मोदी युग के बाद भाजपा बिखर जाएगी।
कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी के भीतर सुधार चाहती हैं लेकिन उनके आसपास के इसमें बाधा पैदा कर रहे हैं। जी 23 नेता वरिष्ठ नेता को निशाना बना रहे हैं और कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। बीजेपी हमेशा रहने वाली पार्टी नहीं है और यह मोदी के बाद राजनीति की उथल-पुथल बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। मोइली ने कहा कि सिर्फ इसलिए कि हम सत्ता में नहीं हैं कांग्रेस नेताओं या कार्यकर्ताओं को घबराना नहीं चाहिए। भाजपा और अन्य दल ट्रांजिट यात्री हैं, वे आएंगे और जाएंगे, यह कांग्रेस है जो यहां रहेगी। हमें दलितों के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए और उम्मीद नहीं खोनी चाहिए।
आजाद ने की सोनिया गांधी से मुलाकात
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद कहा कि सोनिया गांधी से मुलाकात अच्छी रही। कांग्रेस पार्टी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि उन्हें अध्यक्ष के रूप में बने रहना चाहिए, हमारे पास बस कुछ सुझाव थे जो साझा किए गए थे। कार्यसमिति से 5 राज्यों में हार के कारणों पर सुझाव मांगे गए। आगामी विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों को हराने के लिए एकजुट होकर लड़ने पर चर्चा हुई।