न्यूज़ डेस्क: भारत की पूर्वी सीमा पर लद्दाख में चले रहे सीमा विवाद के बीच चीन की विस्तारवादी नीति का एक बार फिर खुलासा हुआ है। हाल के कुछ सैटेलाइट इमेज से पता चला कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के भीतर छह किलोमीटर भीतर कॉलोनी बसा ली। यही नहीं, जिस डोकलाम को लेकर दो साल पहले भारत-चीन की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं, वहां भूटान की करीब 25 हजार एकड़ जमीन कब्जा कर चीन ने चार गांव बसा लिए हैं। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने पूछा कि प्रधानमंत्री चीन की इन हरकतों पर चुप क्यों?
अमरीकी सैटेलाइट कंपनी मैक्सर टेक्नालॉजी की तरफ से जारी इमेज के आधार पर कुछ टीवी चैनलों की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के भीतर छह किलोमीटर अंदर घुस कर 60 इमारतों की एक कॉलोनी बसा ली है। जिस जगह यह कॉलोनी बनी है, मार्च 2019 के इमेज में इस जगह कुछ भी नहीं था। लेकिन सितम्बर 2021 में ली गई इमेज में संबंधित जगह पर पूरी कॉलोनी बसी हुई साफ दिख रही है। दावा किया जा रहा है कि यह कॉलोनी पुराने कब्जे वाली जगह से 93 किलोमीटर दूर है। हालांकि यह अंतर्राष्ट्रीय सीमा और वास्तविक नियंत्रण रेखा के बीच है। इस इलाके पर भारत हमेशा से अपना दावा करता रहा है।
यही नहीं, चीन ने भूटान की सीमा के भीतर घुस कर करीब 25 हजार एकड़ जमीन कब्जा ली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने अपनी सीमा से लगे भूटान की सीमा में अवैध कब्जे कर चार गांव बसा दिए हैं। इसका खुलासा चीनी सैन्य विकास पर शोधकर्ता ने सैटेलाइट इमेज के आधार पर किया है। भूटान और चीन के बीच इस इलाके में जमीन को लेकर पुराना विवाद है, जिसमें डोकलाम भी है। डोकलाम पर चीन अपना दावा करता रहा है, जिसे लेकर बीते वर्षों में भारत के साथ चीनी सैनिकों की झड़प भी हो चुकी है। चीन के साथ भारत का विवाद लद्दाख इलाके में चल ही रहा है, जहां सैन्य झड़प में 20 से ज्यादा भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। कई दौर की बैठक के बाद भी चीन अभी लद्दाख के कई इलाकों पर अपना कब्जा बनाए हुए है।
चीन की इस विस्तारवादी चाल को लेकर कांग्रेस आक्रामक है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने वीरवार को यहां दावा किया कि उपग्रह से ली गई ताजा तस्वीरों से पता चलता है कि चीन ने डोकलाम के निकट भूटान में अतिक्रमण कर 100 वर्ग किलोमीटर जमीन हथिया ली है। एक प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि चीन लगातार अतिक्रमण कर रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री जी, आप चीन का नाम क्यों नहीं लेते? उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता के साथ समझौता किया है जो अब बेनकाब हो चुका है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्विटर पर उपग्रह की तस्वीरें साझा कीं और सवाल किया कि चीन की इस हरकत पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं?