न्यूज़ डेस्क: चीन की हिमाकत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. भारत को भड़काने के इरादे से चीन के एक फाइटर जेट ने एलएसी (LAC) के बेहद करीब से उड़ान भरी. गौरतलब है कि इससे पहले भी चीन ऐसी हरकत कर चुका है. बता दें, बीते सप्ताह ही भारत चीन के बीच 16वें दौर की वार्ता हुई थी. इस वार्ता को चीन ने दोनों देशों के बीच जारी विवाद को सुलझाने की दिशा में रचनात्मक और दुरंदेशी करार दिया था.
चीन करता रहा है हिमाकत: इससे पहले जून के आखिरी महीने में भी चीन ने भारत को उसकाने वाली हरकत की थी. चीन के फाइटर जेट ने पूर्वी लद्दाख में तैनात भारतीय जवानों के बेहद करीब से उड़ान भरी थी. चीनी वायुसेना की इस हरकत को लेकर भारतीय वायुसेना ने कड़ी आपत्ति दर्ज की थी. वहीं, मामले को लेकर भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा है चीनी फाइटर जेट के ऐसी हरकत के खिलाफ भारतीय वायुसेना जवाब देगी. उन्होंने कहा कि अगर चीनी फाइटर विमान एलएसी क्रॉस करेंगे तो भारतीय वायुसेना इसका जवाब देगी.
16 वें दौर की बातचीत: गौरतलब है कि 17 जुलाई को भारत चीन के बीच 16वें दौर की वार्ता हुई. हालांकि, 16वें दौर की सैन्य वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद से जुड़े शेष मुद्दों को हल करने को लेकर सहमति नहीं बन सकी है. लेकिन इस बात की सहमति बनी कि दोनों देश स्वीकार्य समाधान निकालने तक बातचीत जारी रखेंगे.
LAC पर बहाल हो पहल जैसी स्थिति: भारत और चीन की सेनाओं की ओर से जारी संयुक्त बयान के मुताबिक इस बात की फिर से पुष्टि की गई है कि लंबित मुद्दों के समाधान से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति व्यवस्था बहाल करने में मदद मिलेगी और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में भी प्रगति होगी. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, वार्ता के दौरान भारत ने चीन से पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी जगहों से सैनिकों को जल्द से जल्द हटाने के लिए कहा और अप्रैल 2020 में सैन्य गतिरोध शुरू होने से पहले की यथास्थिति की बहाली की भी मांग की.